उत्तर प्रदेश अंतरिम बजट 2022-23
16 दिसंम्बर 2021 को उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए अंतरिम बजट प्रस्तुत किया गया। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 206 में उल्लिखित प्रावधानों के अंतर्गत यह अंतरिम बजट वित्तीय वर्ष 2022-23 के प्रथम चार माह का लेखानुदान है।
उत्तर प्रदेश : अंतरिम बजट 2022-23
- प्रस्तुतकर्ता : वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना (16 दिशम्बर 2021)
- बजट का आधार: 545370.69 करोड़ रुपये
- राजस्व लेखे का व्यय: 415195.95 करोड़ रुपये अनुमानित
- पूंजी लेखे का व्यय: 130174.74 करोड़ रुपये अनुमानित
राजस्व लेखे के अंतर्गत व्यय की प्रमुख मदें (रुपये करोड़ में)
मदें. | बजट अनुमान 2021-22 | बजट अनुमान 2022-23 | वृद्धि/कमी (% में) |
---|---|---|---|
ब्याज अदायगी | 43529.81 | 45061.45 | 3.52 |
शिक्षा, खेलकूद, कला एवं संस्कृति | 65185.23 | 85908.47 | 31.79 |
स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण | 23671.74 | 25244.48 | 6.64 |
समाज कल्याण तथा पोषण | 23299.34 | 22425.86 | -3.75 |
कृषि तथा संबद्ध कार्यकलाप | 12340.23 | 12837.70 | 4.03 |
ग्राम्य विकास | 19265.04 | 19629 | 1.89 |
ऊर्जा | 17704.39 | 11979.23 | -32.34 |
परिवहन | 5266.51 | 4606.48 | -12.53 |
अंतरिम बजट का सार 2022-23 (करोड़ रुपये में)
- राज्य वस्तु एवं कर से राजस्व संग्रह का लक्ष्य 83545.00 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया है।
- स्टाम्प एवं पंजीकरणसे राजस्व संग्रह का लक्ष्य 28050.00 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया है।
- वाहन कर से राजस्व संग्रह का लक्ष्य 10285.00 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया है।
अंतरिम बजट अनुमान 2022-23
- प्रस्तुत बजट का आकार 545370.69 करोड़ रुपये है।
- कुल प्राप्तियां 544836.56 करोड़ रुपये अनुमानित हैं।
- कुल प्राप्तियों में 453097.56 करोड़ रुपये की राजस्व प्राप्तियां तथा 91739.00 करोड़ रुपये की पूंजीगत प्राप्तियां सम्मिलित हैं।
- कुल व्यय 545370.69 करोड़ रुपये अनुमानित है।
- कुल व्यय में 415195.95 करोड़ रुपये राजस्व लेखे का व्यय है तथा 130174.74 करोड़ रुपये पूंजी लेखे का व्यय है।
- लोक लेखे से 6000 करोड़ रुपये की शुद्ध प्राप्तियां अनुमानित हैं।
- समस्त लेन-देन का शुद्ध परिणाम 5465.87 करोड़ रुपये अनुमानित हैं।
- राजस्व बचत 37901.61 करोड़ रुपये अनुमानित है।
- राजकोषीय घाटा 57144.84 करोड़ रुपये अनुमानित है, जो वर्ष के लिए अनुमानित सकल राज्य घरेलू उत्पाद का 3.02 प्रतिशत है।
राजस्व प्राप्ति की प्रमुख मदें
- केंद्रीय करों में राज्यांश 11489.42 करोड़ रुपये (10% की वृद्धि)
- राज्य का स्वयं का कर राजस्व 48305.22 करोड़ रुपये (30.12% की वृद्धि)
- केंद्र सरकार से सहायता का अनुदान 6689.06 करोड़ रुपये (7.60% की वृद्धि)
लोक लेखा:
- उन लेन-देन को दर्शाया जाता है जिसमें सरकार बैंकर या ट्रस्टी के रूप में काम करती है।
- प्राप्तियां और संवितरण समेकित निधि से अलग होती है।
- वित्तिय वर्ष 2022-23 में इसमें 6000 करोड़ रुपये शुद्ध प्राप्ति का अनुमान है (2021-22 से 2500 करोड़ रुपये की वृद्धि )
- इनका सरकार की अर्थोपाय स्थिति पर प्रभाव पड़ता है।
- मुख्य भाग भविष्य निधि, स्थानीय निधियों की जमा, आरक्षित निधियां, जमा राशियां आदि
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