उत्तर प्रदेश भू-भाग एवं क्षेत्र:
उत्तर प्रदेश का क्षेत्रफल = 240928 वर्ग किमी.
भारत का कुल भौगोलिक क्षेत्र = 3287263 वर्ग किमी. का लगभग 7.3%
उत्तराखंड के गठन से पूर्व राज्य के तीन भू-भाग थे - पर्वतीय क्षेत्र, मैदानी क्षेत्र और दक्षिण का पठारी क्षेत्र। उत्तराखंड के गठन के बाद पूरा पर्वतीय क्षेत्र उत्तर प्रदेश से अलग हो गया और अब इस पर्वतीय क्षेत्र से लगा हुआ भाबर-तराई क्षेत्र ही उत्तर प्रदेश में बचा हुआ है। उत्तर प्रदेश को वर्तमान में मुख्यत: तीन प्राकृतिक प्रदेशों में बिभाजित किया गया है।
प्राकृतिक प्रदेश: उत्तर प्रदेश
1.भाबर एवं तराई का प्रदेश 2. गंगा-यमुना का मैदान 3. दक्षिण का पठारी मैदान
नोट : भाबर एवं तराई प्रदेश पश्चिम में रहारनपुर से लेकर पूर्व में देवरिया एवं कुशीनगर (पडरौना) तक एक पतली-सी पट्टी के रूप में फैला है।
भाबर क्षेत्र:
- परिभाषा--कंकड़-पत्थरों से निर्मित पर्वतीय भू-भाग
- विस्तार-- बिजनौर, सहारनपुर, पीलीभीत, शाहजहांपुर एवं लखीमपुर खीरी आदि जिलों में
- विशेषताएं-- पश्चिम से पूर्व की ओर बढ़ने पर चौड़ाई में कमी
- नदियों का लुप्त हो जाना
तराई क्षेत्र:
- परिभाषा-- महीन अवसादों से निर्मित, भाबर के दक्षिण में दलदली एवं गाद मिट्टी वाला क्षेत्र
- विस्तार-- सहारनपुर, बिजनौर, बरेली से लेकर महराजगंज, देवरिया आदि जिलों से संबंधित
- विशेषताएं-- गन्ना, गेहूं, जूट आदि फसलों का अधिक पैदावार
- घने जंगल और लंबे हाथी घासों से ढका क्षेत्र
- भूमि सुधारकार्यों के कारण चौड़ाई में कमी हुई जिससे उपजाऊ भूमि किसानों को प्राप्त हुई।
गंगा-यमुना के विस्तृत मैदानी प्रदेश:
गंगा-यमुना का ऊपरी मैदानी
- विस्तार: लगभग 500किमी. लंबी एवं 80किमी. चोड़ी पट्टी के रूप में
गंगा का मध्य मैदानी प्रदेश
- विस्तार: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, बिजनौर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, आगरा, मैनपुरी, एटा, बदायूं, मुरादाबाद तथा बरेली जिलों में
गंगा का पूर्वी मैदान
- विस्तार: उत्तर प्रदेश के वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, मिर्जापुर, सोनभद्र एवं भदोही जिलों में
नोट: गंगा-यमुना के विस्तृत मैदानी प्रदेश की समुन्द्र तल से औसत ऊंचाई 300मी. है।
उत्तर प्रदेश: दक्षिण का पठारी प्रदेश संबंधी विशिष्ट तथ्य
क्षेत्रफल : 45200 वर्ग किमी.
सीमाएं : पूर्व-केन नदी, पश्चिम-बेतवा तथा पाहुज नदियां, उत्तर गंगा तथा यमुना, दक्षिण-विंध्य पर्वत
सम्मिलित क्षेत्र : बुंदेलखंड एवं बघेलखंड के भू-भाग
सामान्य ऊंचाई : 300मीटर के लगभग
कुल स्थानों पर ऊंचाई : 450मीटर से अधिक तथा मिर्जापुर, सोनभद्र जिले के कुछ स्थानों पर कैमूर और सोनकर की पहाड़ियां लगभग 600मीटर तक ऊंची
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